गोरधनपुरा ,नीमकाथाना सीकर शहीद बन्नाराम की अंत्येष्टि, छत्तीसगढ़ के
सुकमा इलाके में नक्सली हमले में शहीद हुआ, बनाराम पैतृक गांव गोवर्धनपुरा
में अंत्येष्टि, शहादत पर सभी को है गर्व।शहादत को नमन ।जय हिंद ।
शहादत पर गर्व है .........लेकिन वीरांगना, माँ ,बाप भाई ,बेटा, बेटी के अथाह दर्द को वो वि समझते है ।भगवान इस बेटी को हिम्मत देना ।नक्सल हमले में शहीद होने वाले सेना के अंतिम बिदाई पे खुदको संभल नही पायी उनके बेटी , जिसे देखकर वहाँ के सबके ऑंखें हुये नम ...
शहीद बन्नाराम का पार्थिव देह मंगलवार की देर रात करीब 10 बजे नीमकाथाना पहुंचा था। जैसे ही शहीद का पार्थिव देह कस्बे में पहुंचा तो हर किसी की आंख नम थी। पत्नी भी अपने पति के पाथिज़्व देह से लिपट कर रोने लगी तो कस्बे में हर आंख से आंसू आ गए। बुधवार को पूरा कस्बा शहीद के अंतिम दर्शन के लिए दौड़ पड़ा।
ऐसी सपूत के लिए आपके दिल में भी दर्द हुआ होगा
कोई सच्चे देशभक्त इसे इग्नोर मत कीजिये , सम्मान में -जय हिन्द - जरूर बोलिये
शहीद बन्नाराम की वीरांगना भी अपने पति को अंतिम विदाई देने के लिए मोक्षधाम पहुंची। मोक्षधाम पहुंचकर वीरांगना ने कहा कि वह खुशी-खुशी अपने पति को विदा करेगी। वीरांगना ने कहा कि उसे पति की शहादत पर उसे गर्व है। उसके बच्चे भी अपने पापा को हंसते-खिलते विदा कर रहे हैं। साथ ही उसने यह भी कहा कि वह अपने बेटे को भी देश की सेवा के लिए भेजेगी। इसके लिए उसने बेटे को अभी से फौज में जाने के लिए तैयार करना शुरू कर दिया है। शहीद की अंतिम यात्रा में सीआरपीएफ के जवानों के अलावा ग्रामीण भी मौजूद रहे। ग्रामीण भारत माता के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इससे पहले ग्रामीणों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए और जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया।
शहादत पर गर्व है .........लेकिन वीरांगना, माँ ,बाप भाई ,बेटा, बेटी के अथाह दर्द को वो वि समझते है ।भगवान इस बेटी को हिम्मत देना ।नक्सल हमले में शहीद होने वाले सेना के अंतिम बिदाई पे खुदको संभल नही पायी उनके बेटी , जिसे देखकर वहाँ के सबके ऑंखें हुये नम ...
शहीद बन्नाराम का पार्थिव देह मंगलवार की देर रात करीब 10 बजे नीमकाथाना पहुंचा था। जैसे ही शहीद का पार्थिव देह कस्बे में पहुंचा तो हर किसी की आंख नम थी। पत्नी भी अपने पति के पाथिज़्व देह से लिपट कर रोने लगी तो कस्बे में हर आंख से आंसू आ गए। बुधवार को पूरा कस्बा शहीद के अंतिम दर्शन के लिए दौड़ पड़ा।
ऐसी सपूत के लिए आपके दिल में भी दर्द हुआ होगा
कोई सच्चे देशभक्त इसे इग्नोर मत कीजिये , सम्मान में -जय हिन्द - जरूर बोलिये
शहीद बन्नाराम की वीरांगना भी अपने पति को अंतिम विदाई देने के लिए मोक्षधाम पहुंची। मोक्षधाम पहुंचकर वीरांगना ने कहा कि वह खुशी-खुशी अपने पति को विदा करेगी। वीरांगना ने कहा कि उसे पति की शहादत पर उसे गर्व है। उसके बच्चे भी अपने पापा को हंसते-खिलते विदा कर रहे हैं। साथ ही उसने यह भी कहा कि वह अपने बेटे को भी देश की सेवा के लिए भेजेगी। इसके लिए उसने बेटे को अभी से फौज में जाने के लिए तैयार करना शुरू कर दिया है। शहीद की अंतिम यात्रा में सीआरपीएफ के जवानों के अलावा ग्रामीण भी मौजूद रहे। ग्रामीण भारत माता के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इससे पहले ग्रामीणों ने शहीद के अंतिम दर्शन किए और जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया।
छतीसगढ़ के सुकमा में शहीद हुए उन सभी वीर जवानों की शहादत को कोटि कोटि नमन।
धन्य है वो माँ जिसने जन्म दिया ऐसे वीर लाल को, मातृभूमि की रक्षा की खतिर जिसने किया अपने प्राणों का बलिदान ।
जय हिंद जय हिंद की सेना ।
इंक़लाब ज़िंदाबाद ।
अजय का कहना है कि सरकार की उदासीनता के चलते नक्सलवाद बढ़ रहा है। उसकी शहीदों और उसके परिवार के प्रति जो रवैया है वह ठीक नहीं है। अजय का कहना है कि शहीदों के परिजनों को मिलने वाली सहायता शहीदों के परिवार तक सही तरह से नहीं पहुंचती। कभी-कभार सरकार की तरफ से सहायता आ भी जाती तो वह भी कुछ दिन के लिए ही होती है।
शहीदों की धरा के रणबांकुरे शहीद बन्नाराम को शत-शत नमन,
सैनिकों के गांव गोवर्धनपुरा की उस मां को नमन, जिसने देश के लिए शेर बन्नाराम को जन्म दिया।
इस दुख घड़ी में भगवान शहीद परिवार को सबल प्रदान करे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जवानों पर हुए नक्सली हमले की निंदा करते हुए उसे ‘‘कायरतापूर्ण और निंदनीय बताया’’ तथा इसबात पर जोर देते हुए कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ जवानों पर हमला कायरतापूर्ण और निंदनीय है। हम स्थिति की करीबी निगरानी कर रहे हैं।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘हम अपने सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी पर गौरवान्वित हैं। शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं।’’ उन्होंने सोमवार को हमले में घायल हुए जवानों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की।
धन्य है वो माँ जिसने जन्म दिया ऐसे वीर लाल को, मातृभूमि की रक्षा की खतिर जिसने किया अपने प्राणों का बलिदान ।
जय हिंद जय हिंद की सेना ।
इंक़लाब ज़िंदाबाद ।
शहीद का बेटा करेगा नक्सलियों का जड़ से खात्मा
मैं भी बनूंगा फौजी...देश की सेवा करूंगा....देश के दुश्मनों को धूल चटाउंगा। जिसने मेरे पापा को मारा है उन नक्सलियों का मैं जड़ से खत्मा कर दूंगा। ये बोल हैं छत्तीसगढ़ में शहीद बन्नाराम के बेटे अजय के। सोमवार देर रात छत्तीसगढ़ में हुए नक्सलियों के हमले में अजय के पिता बन्नाराम शहीद हो गए। जैसे ही बन्नाराम के शहीद होने की खबर नीमकाथाना पहुंची तो कस्बे में कोहराम मच गया। घर में उसकी पत्नी पर मानो पहाड़ टूट पड़ा हो। पत्नी बार-बार अपने पिया का नाम लेकर बेसुध हो रही थी तो वहीं बेटे का भी रो-रोकर बुरा हाल था। पत्रिका ने जब बेटे से बात करनी चाही तो उसकी आंख भर आई और रुंधे गले से बोला 'वह भी अपने पापा की तरह फौजी बनेगा और देश की सेवा करेगा।Ó उसने बताया कि उसका पापा फौज में जाने की ही प्रेरणा देते थे। उसका कहना है कि वह देश की सेवा के लिए हमेशा तैयार है। अजय ने नक्सलवादियों के प्रति सरकारी रवैये पर भी नाराजगी जताई।
सरकार की उदासीनता से बढ़ रहा नक्सलवादअजय का कहना है कि सरकार की उदासीनता के चलते नक्सलवाद बढ़ रहा है। उसकी शहीदों और उसके परिवार के प्रति जो रवैया है वह ठीक नहीं है। अजय का कहना है कि शहीदों के परिजनों को मिलने वाली सहायता शहीदों के परिवार तक सही तरह से नहीं पहुंचती। कभी-कभार सरकार की तरफ से सहायता आ भी जाती तो वह भी कुछ दिन के लिए ही होती है।
शहीदों की धरा के रणबांकुरे शहीद बन्नाराम को शत-शत नमन,
सैनिकों के गांव गोवर्धनपुरा की उस मां को नमन, जिसने देश के लिए शेर बन्नाराम को जन्म दिया।
इस दुख घड़ी में भगवान शहीद परिवार को सबल प्रदान करे।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार(27 अप्रैल) को नक्सलियों ने बड़े हमले को अंजाम दिया। घात लगाकर किए गए इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 25 जवान शहीद हो गए। जबकि आठ जवान घायल हैं, जिनमें चार की हालत गंभीर है। नक्सली जवानों के हथियार भी लूट कर ले गए हैं।
दोपहर 12 बजे के बाद जब जवान खाना खाने के लिए बैठे तो नक्सलियों ने अचानक धावा बोल दिया। इसका जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। दोनों ओर से गोलीबारी के बीच करीब 3 घंटे तक मुठभेड़ चली। घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से रायपुर लाया गया। यहां दो निजी अस्पतालों में उनका इलाज चल रहा है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जवानों पर हुए नक्सली हमले की निंदा करते हुए उसे ‘‘कायरतापूर्ण और निंदनीय बताया’’ तथा इसबात पर जोर देते हुए कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ जवानों पर हमला कायरतापूर्ण और निंदनीय है। हम स्थिति की करीबी निगरानी कर रहे हैं।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘हम अपने सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी पर गौरवान्वित हैं। शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं।’’ उन्होंने सोमवार को हमले में घायल हुए जवानों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की।
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